Monday, February 15, 2010

मुलाकात हो गयी

(ग़ज़ल )
ऐ चाँद अब सो भी जा बहुत रात हो गयी
मुझे तो इश्क हुआ है तू बता क्या बात हो गयी

बोल तेरा दिल भी कही खो गया है न
चैन जाके बादलों में खो गया है न

मेरी भी आज उससे पहली मुलाकात हो गयी
चल अब सो भी जा बहुत रात हो गयी

खुशमिजाज़ दिल ऐसा न था जैसा आज है
पास मेरे अब खुशियाँ ही खुशियाँ हैं

इश्क क्या हुआ खुशियों की बरसात हो गयी
चल अब सो भी जा बहुत रात हो गयी


48 comments:

  1. "चल अब सो भी जा बहुत रात हो गयी"
    अरी चाँद को मत सुलाओ ,बेचारे इश्क के मारे लोगो का यही तो एक सहारा है जो रात भर साथ देता है
    सुन्दर रचना

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  2. bahut sundar gazal hai Aditi.
    ab apni kavitayen bhi post karna shuru karo..

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  3. अगर भाव की बात करे तो रचना दिल छूने वाली है.
    प्रयास अच्छा है. आप जारी रहें.

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  4. गज़ल खूबसूरत है । अब नई पोस्ट डालिये अदिति जी !!!

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  5. लिखने पर विराम क्यों? नई पोस्ट डालिये अदिति जी. :)

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  6. aur han aapko bahut bahut badhai...
    kyon?
    aakhir aapne Creative Manch ki vijeta jo huii.
    :)

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  7. ऐ चाँद अब सो भी जा बहुत रात हो गयी
    मुझे तो इश्क हुआ है तू बता क्या बात हो गयी

    वाह क्या बात है .....बहुत खूब .....!!

    पर अदिति जी ये ग़ज़ल की श्रेणी में नहीं आएगी ...
    ग़ज़ल के कुछ अपने नियम कायदे होते हैं ...
    किसी गुरु की शरण में थोड़ी सी मेहनत से सीख सकती हैं ....!!

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  8. .

    इश्क क्या हुआ खुशियों की बरसात हो गयी
    चल अब सो भी जा बहुत रात हो गयी...

    -----------

    मेरा भी यही अनुभव है । प्यार में वो शक्ति है वो दुनिया का हर गम भुला देती है और हर तरफ खुशियाँ ही खुशियाँ बिखेर देती है।

    आपकी इस रचना में , चाँद से बहुत ही ख़ूबसूरती से , एक नए अंदाज़ में बात की गयी है । बहुत अच्छा लगा ये अंदाज़।

    .

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  9. bhav sundar hain ...likhte likhte kalam nikhar jaayegi...

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  10. बेहतरीन गजल
    सच इश्क मे नींद नही आती

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  11. इश्क क्या हुआ खुशियों की बरसात हो गयी
    चल अब सो भी जा बहुत रात हो गयी
    इश्क चीज ही कुछ ऐसी है...शुक्रिया
    चलते -चलते पर आपका स्वागत है

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  12. चाँद को नींद कहाँ से आएगी जी?उसे तो प्यार हो गया.. :)

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  13. चाँद को आपसे जलन हो रही है इसलिए उसे नींद कैसे आएगी
    सुन्दर अभिव्यक्ति

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  14. .

    अदिति जी,
    आपकी नयी रचना का इंतज़ार है।

    .

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  15. अदिति जी, यूँ तो प्रेमरस पर अनेकों रचनाएं पढ़ी हैं, पर आपकी रचना में जो भोलापन है, वह सचमुच लाजवाब है।


    ---------
    ईश्‍वर ने दुनिया कैसे बनाई?
    उन्‍होंने मुझे तंत्र-मंत्र के द्वारा हज़ार बार मारा।

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  16. मेरी भी आज उससे पहली मुलाकात हो गयी
    चल अब सो भी जा बहुत रात हो गयी
    xxxxxxxxxxxxxxxx
    अदिति जी ...
    बहुत ही भावपूर्ण गजल है ...मैं इसे की बार पढ़ चूका हूँ ...आपकी अगली रचना का मुझे बेसब्री से इन्तजार है ....शुभकामनायें

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  17. ऐ चाँद अब सो भी जा बहुत रात हो गयी
    मुझे तो इश्क हुआ है तू बता क्या बात हो गयी

    मुहब्बत से लबरेज़.क्या बात है,अदिति जी

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  18. ऐ चाँद अब सो भी जा बहुत रात हो गयी
    मुझे तो इश्क हुआ है तू बता क्या बात हो गयी.....भा गयीं ये पंक्तियाँ.....वाह....लाज़वाब.....सच....!!

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  19. अदीति जी,

    आज पहली बार आपके ब्लॉग पर आना हुआ....बढ़िया लगा आपका ब्लॉग....ग़ज़ल बहुत ही प्यारी है.....चाँद से संवाद पसंद आया....आपको फॉलो कर रहा हूँ ताकि साथ बना रहे......शुभकामनाये.....

    कभी फुर्सत में हमारे ब्लॉग पर भी आयिए- (अरे हाँ भई, सन्डे को को भी)

    http://jazbaattheemotions.blogspot.com/
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    एक गुज़ारिश है ...... अगर आपको कोई ब्लॉग पसंद आया हो तो कृपया उसे फॉलो करके उत्साह बढ़ाये|

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  20. waaw itne sare comment khoobsurat lekhakak ko aaye ummeed nahi karte.. itne comment to khoobsurat lekhan ko hi aa sakte hai...

    bahut achhi gazal

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  21. आपकी ग़ज़ल पूरी हुई....और मेरी रात हो गयी.....उस रात में कुछ ख़्वाबों से मुलाक़ात हो गयी....और ख़्वाबों में कुछ शायरों से से भी बात हो गयी....आपको धन्यवाद दे दूं बहुत-बहुत धन्यवाद....आपके कारण ही इत्ती साड़ी बात हो गयी....!!

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  22. जब तक cmindia की नई क्विज़ प्रस्तुत हो, इस पुरानी क्विज़ को
    हल करें। http://rythmsoprano.blogspot.com/2011/01/blog-post_3129.html

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  23. ऐ चाँद अब सो भी जा बहुत रात हो गयी
    मुझे तो इश्क हुआ है तू बता क्या बात हो गयी

    खुशमिजाज़ दिल ऐसा न था जैसा आज है
    पास मेरे अब खुशियाँ ही खुशियाँ हैं

    बहुत ही खूबसूरत पंक्तियाँ हैं, मगर सभी इश्क करने वालों को खुशियाँ ही मिलें ऐसा नहीं हो पाता न.

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  24. अरे कभी कभी कुछ लिख भी दिया कीजिये न....:)
    केवल पहेली ही बुझियेगा क्या???
    एक साल हो गया...
    इंतज़ार है...

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  25. are shekhar ji kya likhun ?
    yahan itne saare log din raat likh rahe hain bas unko hi padh leti hun
    kabhi kuchh man men aata bhi hai ki kuch likhun to sochti hun ki sab hasenge isliye ruk jaati hun.
    mujhe aap logon ki tarah sundar sa likhna nahi aata.

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  26. बहुत ही प्‍यारी रचना है, बधाई।

    ---------
    ब्‍लॉगवाणी: एक नई शुरूआत।

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  27. बहुत खूब अदिति, आप अपनी बात कहने में कामयाब रहीं ! शुभकामनायें !!

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  28. ऐ चाँद अब सो भी जा बहुत रात हो गयी
    मुझे तो इश्क हुआ है तू बता क्या बात हो गयी
    बहुत खूब अदितिजी
    प्रयास अच्छा है जारी रहें.
    बहुत सारी शुभ कामनाएं आपको !!

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  29. aapke blog se bhi deedaar ho gya,
    gazal ko padhte hi lekhan se pyaar ho gya.
    :)) bahut hi sundar..........

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  30. ऐ चाँद अब सो भी जा बहुत रात हो गयी
    मुझे तो इश्क हुआ है तू बता क्या बात हो गयी

    pehli baar apke blog par aaya hu bahut accha likhti hai. umeed karta ho aage bhi aisa hi accha likha hua parhne ko milta rahega. apko follow kar raha hu.
    vaise harkirat ji k sath main bhi sehmat hu.

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  31. अदिति जी अब नई पोस्ट डालिये और मेरी नई पोस्ट पर आपका स्वागत है
    "गौ ह्त्या के चंद कारण और हमारे जीवन में भूमिका!".

    आपके सुझाव और संदेश जरुर दे!

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  32. आप लिखे तो बहुत बढ़िया है लेकिन शायद आप ब्लॉग पर बहुत कम लिखती है।
    बहुत ही बढ़िया लगा हमे आपके बलॉग पर आकर। आप भी हमारे बलॉग पर तशरीफ लाईयेगा।
    हमारा ब्लॉग पता है।
    http://rsnagie.blogspot.com

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  33. बहुत सुंदर लिखा आपने.....



    मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है.....

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  34. प्रिय अदिति चौहान जी
    सस्नेह अभिवादन !

    अच्छी रचना ! अच्छे भाव !
    ऐ चांद अब सो भी जा बहुत रात हो गयी
    मुझे तो इश्क हुआ है तू बता क्या बात हो गयी

    अब चांद को भी जगाइए और आप भी ख़ुमारी से बाहर आइए :)

    बात क्या है , बहुत समय हो गया … आपने पोस्ट क्यों नहीं बदली ?
    आपका कोई और ब्लॉग हो तो लिंक मेल करें …


    होली की अग्रिम शुभकामनाओं सहित

    चंद रोज़ पहले आ'कर गए
    विश्व महिला दिवस की हार्दिक बधाई !
    शुभकामनाएं !!
    मंगलकामनाएं !!!

    ♥मां पत्नी बेटी बहन;देवियां हैं,चरणों पर शीश धरो!♥


    - राजेन्द्र स्वर्णकार

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  35. अति सुन्दर कविता
    शायद आपको नहीं पता की चाँद सूरज से मिलने को बेताब है
    आपको, आपके परिवार को होली की अग्रिम शुभकामनाएं!!

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  36. अदिती जी आपको होली की बहोत ढेर सारी शुभकामनाएँ

    मेरे ख्याल से आपको एक नया पोस्ट लगाना ही चाहिए ....कितने लोगों ने निवेदन किया है.
    :)

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  37. सिर्फ़ दो, दो के बाद बन्द।

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  38. आजकल आप कहाँ हो आगे नहीं लिख रहे हो?
    रचना अच्छी लिखी है।

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  39. bahut khoob....raat ki baat ka...chaand ke deedar ka aur khusiyo ke raaj ka..

    badhai :)

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  40. बहुत अपनेपन से लिखी पंक्तियाँ हैं.
    सहज और प्यारी.

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